कुत्बमीनार : दिल्ली की शान
कुत्बमीनार (qutub minar)पाँच मंजिली इमारत है। अभिलेखों की पट्टियाँ इसके पहले छज्जे के नीचे हैं। इस इमारत की पहली मंजिल का निर्माण कुतुबउद्दीन ऐबक तथा शेष मंजिलों का निर्माण 1229 के आस-पास इल्तुतमिश द्वारा करवाया गया।
कई वर्षों में यह इमारत आँधी-तूफान तथा भूकंप की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। अलाउद्दीन ख़लजी, मुहम्मद तुगलक, फिरोज़ शाह तुगलक तथा इब्राहिम लोदी ने इसकी मरम्मत करवाई।
ऊपर के चित्र कुत्बमीनार के पहले छज्जे को प्रदर्शित करता है। कुतुबउद्दीन ऐबक ने लगभग 1199 में इसका निर्माण करवाया था। छज्जे के नीचे छोटे मेहराब तथा ज्यामितीय रूपरेखाओं द्वारा निर्मित अभिलेखों की दो पट्टियाँ है ये अभिलेख अरबी में हैं।
गौर करें कि मीनार का बाहरी हिस्सा घुमावदार तथा कोणीय है। ऐसी सतह पर अभिलेख लिखने के लिए काफी परिशुद्धता की आवश्यकता होती थी।
सर्वाधिक योग्य कारीगर ही इस कार्य को संपन्न कर सकते थे। याद रखें कि आठ सौ वर्ष पूर्व केवल कुछ ही इमारतें पत्थर या ईंटों की बनी होती थीं। सोचिए तेरहवीं शताब्दी में कुत्बमीनार जैसी इमारत का देखने वालों पर क्या प्रभाव पड़ा होगा?
आठवीं और अठारहवीं शताब्दियों के बीच राजाओं तथा उनके अधिकारियों ने दो तरह की इमारतों का निर्माण किया। पहली तरह की इमारतों में सुरक्षित, संरक्षित तथा इस दुनिया और दूसरी दुनिया में आराम-विराम की भव्य जगहें किले, महल तथा मकबरे थे।
दूसरी श्रेणी में मंदिर, मसजिद, हौज, कुएँ, सराय तथा बाजार जैसी जनता के उपयोग की इमारतें थीं। राजाओं से यह अपेक्षा की जाती थी कि वे अपनी प्रजा की देख-भाल करेंगे तथा प्रजा के उपयोग और आराम के लिए इमारतों का निर्माण करवाकर राजा उनकी प्रशंसा पाने की आशा करते थे। इस तरह के निर्माण कार्य, व्यापारियों सहित अन्य व्यक्तियों के द्वारा भी किए जाते थे।
Facts about qutub minar :
- It is the tallest minar (73 metres) in India.
- It is a UNESCO World Heritage Site.
- It took about 75 years to build.
- Government of India restricted climbing the minar after 1981, as 45 people were killed before that.
- The minar has 379 steps, is 72.5 metres high, and has a base diameter of 14.3 metres, which narrows to 2.7 metres at the top.
- The Qutub Minar is built with red sandstone covered with intricate carvings and verses from the Qur'an. The fourth and fifth storey are of marble and sandstone.
- It is also the Tallest Brick Minaret in the world.
- It is believed that it (Qutub Minar) was a kind of a victory tower built by Mughals, others say that it was used for offering prayers, and many believe that it was simply a watch tower. Nothing confirmed though.
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